जब भी चिड़ियों को बुलाकर प्यार से दाने दिये
इस नयी तहज़ीब ने इस पर कई ताने दिये
जिन उजालों ने किया अंधी गुफाओ से रिहा
बेड़ियाँ पहना के हमने उनको तहखाने दिये
हमने मांगी जरा सी रौशनी घर के लिए
मुझे जलती हुई बस्ती के नजराने दिये
हद से भी गुजरी उनके और मेरे दरमियां
लब रहे खामोश और आँखों ने अफ़साने दिये
ज़िन्दगी खुशबू से अब तक इस लिए महरूम है
हमने जिस्मों को चमन और रूहों को वीराने दिये
ज़िन्दगी चादर है धुल के साफ़ हो जाएगी
इसलिए हमने भी इसमें दाग लग जाने दिये
इस नयी तहज़ीब ने इस पर कई ताने दिये
जिन उजालों ने किया अंधी गुफाओ से रिहा
बेड़ियाँ पहना के हमने उनको तहखाने दिये
हमने मांगी जरा सी रौशनी घर के लिए
मुझे जलती हुई बस्ती के नजराने दिये
हद से भी गुजरी उनके और मेरे दरमियां
लब रहे खामोश और आँखों ने अफ़साने दिये
ज़िन्दगी खुशबू से अब तक इस लिए महरूम है
हमने जिस्मों को चमन और रूहों को वीराने दिये
ज़िन्दगी चादर है धुल के साफ़ हो जाएगी
इसलिए हमने भी इसमें दाग लग जाने दिये
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