loving poetry

Sunday 20 May 2012

"रंग, दुनिया ने दिखाया है निराला देखूं ,
है अँधेरे में उजाला तो उजाला,देखूँ ,
आइना रख दे मेरे सामने आखिर मैं भी ,
कैसा लगता है तेरा चाहने वाला देखूँ.....

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