इश्क़ से जब रूह का रिश्ता जुदा हो जाएगा
ज़िन्दगी का रंग ही फिर दूसरा हो जाएगा
आपने जब तोड़ डाली शर्म की सब सरहदें
रफ़्ता-रफ़्ता हर कोई फिर बेहया हो जाएगा....!!
ज़िन्दगी का रंग ही फिर दूसरा हो जाएगा
आपने जब तोड़ डाली शर्म की सब सरहदें
रफ़्ता-रफ़्ता हर कोई फिर बेहया हो जाएगा....!!
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